vidyut dhara ke chumbakiye prabhav ki khoj kisne kiya tha

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विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव की खोज किसने किया था ?

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Q. विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव की खोज किसने की ?
A. फैराडे
B. वोल्टा
C. ओर्स्टेड
D. बेंजामिन फ्रैंकलिन

Answer : ओर्स्टेड

Explanation : विद्युत धारा का चुम्बकीय प्रभाव 1820 में हैंस क्रिश्चियन ओर्स्टेड द्वारा खोजा गया था। ओर्स्टेड ने देखा कि चालक तार से विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है, तो उसके चारों ओर एक चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न हो जाता है। जब किसी चालक तार से विद्युत धारा प्रवाहित करने पर पास में रखी चुंबकीय सुई विक्षेपित हो जाती है। यह विक्षेप चालक से प्रवाहित हो रहे विद्युत धारा द्वारा चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न करने के कारण होता है। विद्युत धारा के कारण किसी चालक तार के चारों ओर चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न होने की घटना को विद्युत धारा का चुंबकीय प्रभाव कहते हैं ।
हैंस क्रिश्चियन ओर्स्टेड एक डेनिश भौतिक विज्ञानी और रसायनज्ञ थे। हैंस क्रिश्चियन ओर्स्टेड का जन्म 14 अगस्त 1777 को रुडकोबिंग, डेनमार्क में हुआ था। 1796 में ओर्स्टेड को भौतिकी में अपने पत्रों के लिए पुरस्कार मिला था। ओर्स्टेड ने 1799 में अपने डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। वह 1806 में कोपेनहेगन विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बने और बिजली की धाराओं और ध्वनिकी पर शोध जारी रखा। 21 जुलाई 1820 को लैटिन के चार पृष्ठों वाले एक पेपर में अपनी खोज विद्युत धारा का चुम्बकीय प्रभाव की घोषणा की। 1822 में उन्हें रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज का एक विदेशी सदस्य चुना गया।

एल्यूमीनियम की खोज सबसे पहले हैंस क्रिश्चियन ओर्स्टेड ने की थी, 1825 में एल्यूमीनियम क्लोराइड से शुद्ध एल्यूमीनियम को अलग करने वाला पहले व्यक्ति थे। एल्यूमीनियम धातु का एक शुद्ध रूप पहली बार डेनिश रसायनज्ञहैंस क्रिश्चियन ओर्स्टेड द्वारा अयस्क से सफलतापूर्वक निकाला गया था। एल्यूमीनियम एक रासायनिक तत्व है, जिसका सिंबल Al से दर्शाया जाता है। एल्यूमीनियम का मुख्य अयस्क बॉक्साइट है। एल्यूमीनियम धातु अत्यधिक प्रतिक्रियाशील है। एल्यूमीनियम एक बहुत ही हल्की धातु है जिसका विशिष्ट वजन 2.7 ग्राम / सेमी 3 है। 1851 में ओर्स्टेड की कोपेनहेगन में मृत्यु हो गई।

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